2022 की पीटीआई भर्ती परीक्षा के 52 अभ्यर्थियों को नोटिस :-

एसओजी की जांच के बाद एक्शन में आया आयोग, पीटीआई भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोपों के मद्देनजर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की कार्रवाई के बाद, कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने 2022 की पीटीआई भर्ती परीक्षा के 52 अभ्यर्थियों को नोटिस जारी किया है। आयोग ने इन अभ्यर्थियों से 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है।

नोटिस और दस्तावेजों की जांच :-

  • आयोग ने संदिग्ध मानकर 52 अभ्यर्थियों को नोटिस भेजा है, जिसमें उन्हें अपने दस्तावेजों की फिर से जांच करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
  • यदि अभ्यर्थी दस्तावेजों की जांच नहीं कराते हैं, तो आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा।

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धांधली की जांच :-

  • एसओजी ने राजगढ़ चूरू की ओपीजेएस यूनिवर्सिटी को संदिग्ध मानते हुए फर्जी डिग्री और सर्टिफिकेट के मामले में जांच शुरू की थी।
  • जांच के दौरान कई अनियमितताएँ सामने आईं, जिसके बाद आयोग ने ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच करने का निर्णय लिया।

दस्तावेजों की मांग :-

आयोग ने बीपीएड कोर्स में बिना काउंसलिंग एंट्रेंस प्राप्त करने वाले 19 अभ्यर्थियों और पीटीआई भर्ती के 33 अभ्यर्थियों से उनके मूल दस्तावेज मांगे हैं, जिनमें एडमिशन, मार्कशीट, और एनरोलमेंट नंबर शामिल हैं।

आयोग का दृष्टिकोण :-

कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने कहा कि आयोग भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।उन्होंने बताया कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान कई अभ्यर्थियों के दस्तावेजों में गड़बड़ी मिली है।

अवधि :-

अभ्यर्थियों को अपने दस्तावेजों की वेरिफिकेशन के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। यदि वे इस अवधि में वेरिफिकेशन नहीं कराते हैं, तो उनके खिलाफ नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

निष्कर्ष:

यह कदम कर्मचारी चयन आयोग की पारदर्शिता और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है। अभ्यर्थियों को इस प्रक्रिया में अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी, ताकि उनकी भर्ती सुरक्षित और वैध रहे।

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